दिल्ली कीमुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शहर की सुरक्षा, भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों और आश्रय गृहों की हालत सुधारने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू करने का आदेश दिया है. इस अभियान में महिलाओं की सुरक्षा को विशेष प्राथमिकता दी गई है.

एक उच्च स्तरीय बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने शहर भर के 4,000 अंधेरे स्थानों को तुरंत ठीक करने का निर्देश दिया. ये स्थान अपर्याप्त रोशनी के कारण असुरक्षित माने जाते हैं, खासकर महिलाओं के लिए. इन क्षेत्रों की सफाई और पर्याप्त लाइटिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है.

बैठक में 129 मोबाइल डार्क स्पॉट्स की भी पहचान की गई, जहां मोबाइल नेटवर्क कमजोर या पूरी तरह से नहीं है. मुख्यमंत्री ने दूरसंचार कंपनियों और संबंधित विभागों को इन क्षेत्रों में नेटवर्क कनेक्टिविटी बेहतर करने के निर्देश दिए, ताकि आपात स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके.

233 ट्रैफिक जाम वाले बिंदुओं की पहचान
इसके अलावा, दिल्ली में 233 ट्रैफिक जाम वाले बिंदुओं की पहचान की गई है, जो यातायात और आम जनता की आवाजाही में बाधा बन रहे हैं. इनमें से 123 बिंदु लोक निर्माण विभाग (PWD) के तहत आते हैं. अब तक 41 जाम वाले स्थानों को साफ किया जा चुका है और मुख्यमंत्री ने जून तक सभी बिंदुओं को हल करने का निर्देश दिया है.

इससे पहले रेखा गुप्ता ने जनसंवाद किया. उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि जनसंवाद, जनसेवा का प्रथम सोपान है.

दिल्लीवासी को नीति निर्माण में भागीदारा बनाना है
उन्होंने लिखा कि आज विभिन्न क्षेत्रों से आए नागरिकों से संवाद के दौरान उनके अनुभव, सुझाव एवं शिकायतों को जानने का अवसर मिला. इस प्रकार की चर्चाएं प्रशासन को ज़मीनी हकीकत से जोड़ती हैं और नीति निर्माण की प्रक्रिया को अधिक समावेशी एवं प्रभावी बनाती हैं.

उन्होंने लिखा कि प्रत्येक सुझाव और शिकायत हमारे लिए मूल्यवान मार्गदर्शन का कार्य करती है. अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि सभी प्राप्त सुझावों और शिकायतों का समयबद्ध समाधान सुनिश्चित किया जाए.

सीएम रेखा गुप्ता ने लिखा कि हमारा लक्ष्य केवल निर्णय लेना नहीं, बल्कि प्रत्येक दिल्लीवासी को नीति निर्माण और विकास प्रक्रिया का सक्रिय भागीदार बनाना है. जनभागीदारी ही सुशासन की सशक्त नींव है. हम सभी के सहयोग से एक समावेशी, समर्थ और विकसित दिल्ली के निर्माण के संकल्प के साथ निरंतर आगे बढ़ रहे हैं.